इधर मनरेगा योजना जब से चली है किसानो के लिए सिरदर्द बनी हुयी कारण कि मजदूरो को मजदूरी १ २ ० रुपये होने के वजह से किसानो को मजदूर मिलना ईद के चांद के बराबर है सिर्फ १ ० खेप मिटटी डालकर मास्टर रोल पर १ २ ० रुपये मजदूरी लेना किसानो के लिए सिर दर्द बना हुआ है चाहे कोई भी गृह कार्य अथवा खेती कार्य हो मजदूर मिलने वाले नही है यदि मिलते भी तो मनरेगा कार्य की नकल करते है ।